आपत्तिजनक पोस्ट पर भड़के शिफूजी, कहा- ये देशद्रोहियों की चाल, करेंगे मानहानि का केस
मिशन प्रहार के तहत देश की लाखों बच्चियों को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण देने वाले और देश के खिलाफ बयानबाजी करने वालों को उनके ही अंदाज में जवाब देने के बाद चर्चा में आए शिफूजी, शौर्य भारद्वाज खुद विवादों में घिर गए हैं। सोशल मीडिया पर चल रही एक पोस्ट में उन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उन्हें जालसाज बताया जा रहा है। इसको लेकर पत्रिका के खास चर्चा में शिफूजी ने अपने तर्क दिए। उन्होंने कहा कि देशद्रोहियों के इशारे पर यह सब पिछले काफी समय से किया जा रहा है। कुछ लोग युवाओं को भ्रमित कर रहे हैं। यह एक सोचा समझा षडय़ंत्र है। षडय़ंत्रकारियों की शिकायतें दुर्भावनापूर्ण और फर्जी भी साबित हो चुकी हैं। इनके खिलाफ अब मानहानि का केस किया जाएगा।
यह है विवाद
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर में एक युवक हवाले से शिफूजी पर सीधे निशाना साधा गया है। शिफूजी को ठग व जालसाज बताया गया है। आरोप लगाया गया है कि शिफुजी खुद को गलत ढंग से कमांडो ट्रेनर प्रचारित कर रहे हैं। आरोप लगाने वाले ने यह तक कह दिया है कि उन्होंने कोई इतना बड़ा काम नहीं किया है, जिनता वे प्रचार में बता रहे हैं। खबर में शिफूजी को लेकर भद्दी व असंसीय शैली का भी उपयोग किया गया है। इस मामले में पत्रिका ने शिफूजी से खास बाचतीत की, तो एक दूसरा पहलू भी सामने आया। सवालों पर उन्होंने कहा कि यह सब षडय़ंंत्र का हिस्सा है। मैं कहता हूं कि यदि वतन की मिट्टी से, अपने फौजी भाइयों या पुलिस के सिपाहियों से प्यार करना और उनके पक्ष में बात करना व गद्दारों को जवाब देना गलत है, तो हम यह गलती बार-बार दोहराते रहेंगे। पढ़े शिफूजी से बातचीत के अंश...
प्रश्न - वायरल हो रही एक खबर में आपको जालसाज बताया गया है। इस पर आपका क्या कहना है?
जवाब -
मुस्कराते हुए.... भारत में सभी को बोलने का अधिकार है। मैं भारत के संविधान का सम्मान करता हूं। रही बात आरोप की तो यह समझ में आ रहा है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए युवाओं को भ्रमित कर रहे हैं। एक बड़ा भाई होने के नाते यही सलाह दूंगा कि युवा देश की प्रगति के लिए कार्य करें और अपनी ऊर्जा उसमें लगाएं। यदि उनके पास मेरे चरित्र से संबंधित सबूत हो तो मुझे जरूर दें। जहां तक ठगी जैसे घिनौने आरोप की बात है तो इसकी दुर्भावनापूर्ण शिकायत कई जगह की गई है। मुंबई पुलिस कमिश्नर व अन्य स्थानों पर जांच में शिकायतें निराधार पायी गई हैं। यदि फिर भी किसी जिम्मेदार विभाग या अधिकारी द्वारा संवैधानिक तरीके से पूछा जाएगा तो मैं पूरी जवाबदेही से अपना पक्ष प्रस्तुत करुंगा। मुझे भारतीय संविधान, इसके रखवालों और मुंबई पुलिस पर गर्व है।
प्रश्न - आरोप में कहा गया है कि आप अपनी सही जानकारी और प्रमाण देने से बच रहे हैं?
जवाब -
यही तो मुख्य बात है। पूरा खेल देशद्रोहियों और एक राजनीतिक दल के इशारे पर चल रहा है। वे चाहते हैं कि मैं जहां ट्रेनिंग देता हूं। उस कैंप की फोटो या वीडियो उनके सामने प्रमाण के तौर पर पेश करूं। सभी जानते हैं कि ट्रेनिंग बेहद गोपनीय तरीके से होती है। इससे देश का गौरव और सम्मान जुड़ा हुआ है। यह सब जानकर भी प्रमाण मांगा जाना इस बात का सबूत है कि सामने वाले के इरादे नेक नहीं है। खबर में आरोप तो ये भी हैं कि मैं किसी को अपना सही पता नहीं बताता। आप ही बताइए कि यदि मैंने अपने जन्म या निवास स्थान का पता बता दिया तो फिर क्या होगा? ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। ये देश के दुश्मन हैं और बौखलाए हुए हैं। पैसों की खातिर देश से गद्दारी कर रहे हैं। रही बात मेरी कला मिट्टी बीसीक्यूबी की तो उसकी ट्रेनिंग हम जिन-जिन फोर्सेस को देते हैं। उनसे मिले प्रमाण पत्र हम किसी भी स्थिति में किसी के भी सामने कभी भी नहीं ला सकते, क्योंकि वे देश की सुरक्षा व गौरव से जुड़े हैं।
प्रश्न - कहा जा रहा है कि आप कमांडो ट्रेनर नहीं हैं? आप केवल इसका दुष्प्रचार कर रहे हैं?
जवाब -
मैंने तो वीडियो डालकर स्वयं स्वीकार कर लिया है कि मैं सामान्य सा व्यक्ति हूं और देशभक्ति मेरी रगों में है। कमांडो ट्रेनर हूं या नहीं.. यह तो उन्हें मालूम है, जिन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके बारे में सभी को बताना जरूरी नहीं है। जहां तक सेल्फ डिफेंस और महिला सशक्तिकरण की बात है तो मिशन प्रहार के तहत मैने गांव-गांव जाकर लाखों बच्चियों को इसका नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया है। किसी भी ट्रेनिंग के बदले भी कभी एक रुपया नहीं लिया। यदि लिया है तो आरटीआई से जानकारी लेकर हमें भी बताया जाए। मैं देश भक्ति को बेचता नहीं हूं। जैसा कि कुछ कथित लोग कर रहे हैं। जिन भी पुलिस फोर्सेस, पैरा मिलिट्री फोर्सेस और सशस्त्र सेनाओं की किसी भी यूनिट को ट्रेनिंग दी है, तो यह बात केवल वे जानते हैं और मैं जानता हूं। इसकी जानकारी हम किसी को नहीं दे सकते, क्योंकि यह यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ मसला है। मेरा एक ड्रेस कोड है जो ट्रेनिंग करते समय पहना जाता है और सिर्फ ट्रेनिंग करते समय पहना जाता है। मैंने इस डे्रस कोड का तक कभी सार्वजनिक उपयोग नहीं किया। मैं फिर भी कह रहा हूं जब भी मुझसे किसी कंसर्न अथॉरिटी के द्वारा संवैधानिक तरीके से पूछा जाएगा तो उनके सामने प्रस्तुत हो जाऊंगा। संविधान से बड़ा कोई नहीं है।
प्रश्न - आरोप है कि खुद को ग्रांडमास्टर बताकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं? यह कितना सही है?
जवाब -
हमने भारतीय नियुद्ध कला के अलग-अलग घटकों को दुनिया के सामने पेश किया है। खुद की दो-तीन कलाएं विकसित की है। इसमें एक सिर्फ सशस्त्र सेनाओं और सुरक्षा बलों के लिए है। इसका नाम मिट्टी रखा है। दूसरा खुद का सरबाइबल टैक्टिस सिस्टम बनाया है, जो मिशन प्रहार के नाम से जाना जाता है। इस विधा को जानने वाला हर परिस्थिति से बचकर निकल सकता है और यह मात्र महिलाओं को सिखाया जाता है। तीसरा भारत के युवाओं के लिए गुरुकुल पद्धति से शारीरिक और मानसिक नियंत्रण करने का एक प्रोग्राम डेवलप किया है, जिसे शिफूजीज बूट कैंप के नाम से जाना जाता है। इससे युवाओं को सशक्त कर रहे हैं। आप ही बताएं, अब इसके लिए ग्रांडमास्टर नहीं कहलाएंगे तो क्या, पॉयलट कहलाएंगे। जहां तक शिफूजी शब्द लिखने की बात है कि तो संस्कृत में शी मतलब... शिव की उत्पत्ति, फू का मतलब चरण और जिह का मतलब रेतस यानी बीज, अर्थात महाकाल के पैर में उत्पन्न हुआ बीज...। वैसे तो नाम लिखने का अधिकार भारत सरकार ने दिया है। मेरे आधार कार्ड में ही ग्रांडमास्टर शिफूजी शौर्य भारद्वाज लिखा हुआ है। मैं अपने दस्तखत में इंकलाब जिंदाबाद लिखता हूं और हमेशा लिखूंगा..। समझ में नहीं आता कि इस पर लोगों को क्या आपत्ति है? मैने तो कभी नहीं पूछा कि कौन क्या लिख रहा है? यदि मैं गलत हूं तो संविधान कार्रवाई करेगा? ये सब पूछने वाले ये कौन होते हैं?
प्रश्न - यदि आरोप गलत हैं, तो क्या आप इस मामले में कोई संवैधानिक कार्रवाई करेंगे ?
जवाब -
वैसे आपको बता दूं कि मेरे और मेरे परिवार की सुरक्षा में सेंध लगाने का प्रयास पिछले काफी समय से चल रहा है। मेरे परिवार के फोन नम्बरों को ट्रेस करके उनमें अनाप-शनाप मैसेज भेजे जा रहे हैं। मिल रही धमकियों की पूरी जानकारी भी दो राज्यों की पुलिस के पास है। इसकी जांच चल रही है। सुरक्षा और देश के सम्मान के लिहाज से इसका जवाब सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से देना अनुचित है। हमने कानून के जानकारों से सलाह ली है। ये बात भी सामने आ चुकी है कि पूरी चाल उन लोगों की है, जो देश से ईष्या रखते हैं। वे चाहते हैं कि मैं अपना काम रोक दूं, लेकिन ये मेरी प्रतिबद्धता है कि भारतीय सेना और पुलिस के हर जवान के लिए और उसके परिवार के हक के लिए आखिरी सांस तक तत्पर रहूंगा। रही बात आरोप लगाने वालों की तो उनके खिलाफ संवैधानिक तौर पर कार्रवाई की जाएगी। दुष्प्रचार करके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वालों पर जल्द ही मानहानि का दावा किया जाएगा।
समर्थकों ने भेजे फोटो
एक शिफूजी पर आरोपों पर दौर चल रहा है, वहीं शिफूजी के पक्ष में भी युवाओं की टीम सक्रिय हो गई है। शिफूजी के समर्थकों ने उन पर आरोप लगाने वाले युवक की फोटोज सोशल मीडिया पर डाली हैं। इन फोटो में शिफूजी पर आरोप लगाने वाला युवक किसी आलीशान होटल में शराब पीते हुए दिख रहा है। फोटो पर समर्थकों ने लिखा है कि जिसका खुद चरित्र नहीं है, ऐसा व्यक्ति शिफूजी जैसे लोगों पर आरोप लगा रहा है। इसे सच कैसे माना जा सकता है। पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और इस पर न्यायसंगत कार्रवाई की जानी चाहिए।