Real लाइफ में कमांडो को ट्रेनिंग देता है ये शख्स फिल्म में बने बागी के गुरु
बागी फिल्म में टाइगर श्रॉफ के गुरु नजर आ रहे शीफूजी, मप्र से ताल्लुक रखते हैं। ऑनस्क्रीन भले ही वह बूढ़े नजर आ रहे हों, लेकिन हकीकत में उनकी उम्र बेहद कम है। उनका ध्येय वाक्य है, मैं दुश्मन की हड्डी जरूर तोड़ सकता हूं लेकिन किसी का भरोसा नहीं। कौन है शीफूजी...
बागी फिल्म ने तो धूम मचा दी है। टाइगर श्रॉफ के एक्शन से सजी मूवी को खूब पसंद किया जा रहा है। आखिर ऐसा हुआ कैसे?
- इस फिल्म के साथ नाम जुड़ा है ग्रांड मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाज का, जो टाइगर श्रॉफ के ऑन स्क्रीन और ऑफ स्क्रीन गुरु हैं।
-ग्रांड मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाजकिसी पहचान के मोहताज नही हैं।
- 2008 से विश्व के बेस्ट कमांडो ट्रेनर का खिताब भी ग्रांड मास्टर शीफूजी यानी शौर्य भारद्वाज के पास है।
ट्रेनिंग देने के लिए बेच दिया था कार और घर
- वह इंडियन आर्मी के सलाहकार और ब्लैक कैट कमांडो को ट्रेनिंग देते हैं।
-वर्तमान मेंग्रांड मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाजचीफ कमांडों मेंटर हैं सबसे घातक और खतरनाक कमांडोज के और 20 साल के दौरान आज तक एक रुपया भी स्पेशल फोर्स से नहीं लिया।
- वह 7 देशों के सर्वश्रेष्ठ कमांडों को ट्रेनिंग देते हैं जिसमें इजरायली कमांडो भी शामिल हैं।
-दर्जनभर से ज्यादा सेल्फ डिफेंस टेकनिक को इजाद करने वाले ग्रैंड मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाज को मिशन प्रहार, मिशन मेरी मिट्टी, शत्रु विनाशक कीलिंग स्किल के लिए जाना जाता है।
-मिशन प्रहार के तहत अभी 38 लाख लड़कियों और महिलाओं को फ्री में सेल्फ डिफेंस सिखा चुके हैं। इसके लिए उन्होंने कार और घर तक बेच दिया था।
बॉलीवुड ही नहीं, हॉलीवुड में भी नाम
-ग्रांड मास्टर बॉलीवुड ही नहीं, हॉलीवुड में भी पहचाना नाम हैं। बॉलीवुड का शायद ही कोई स्टंट डायरेक्टर या एक्शन फिल्म मेकर हो जोग्रांड मास्टर शीफूजी शौर्य भारद्वाजको न जानता हो।
-शीफूजी ने हॉलीवुड की स्पेशल फ़ोर्स 1, स्पेशल फोर्स 2, द रॉयल मरीन डेथ ऑफ़ इमोर्टल्स, द लीजेंड ऑफ ईराक वॉ, स्नाइपर विंग्स सीरीज की फिल्मों में चीफ एक्शन मेंटर और अन्य रूपों में काम किया है।
-लगभग सारे एक्शन हीरो उनके साथ अपनी फोटो खिंचवाना शान की बात मानते हैं।
- हर कोई ग्रांड मास्टर जैसा फिट, एनर्जेटिक और एनथुजियास्टिक दिखना चाहता है।
पूरे बी टॉउन में खलबली
-जब यह ग्रांड मास्टर बागी जुड़ा पूरे बी टॉउन में खलबली मच गई। इस फिल्म का एक्शन कुछ अलग टाइप के हैं।
-इसमें बड़ी-बड़ी बंदूकें, तलवार या अन्य हथियार न होकर केवल हाथ-पैर से ही कलात्मक फाइट दिखाई गई है।